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सच करीब से दिखता है

बड़ी बिटिया के जन्मदिन पर हरित सारस्वत का बड़ा तोहफा: भारत पल्स न्यूज लाएगा 60% महिला शक्ति वाला विशाल नेटवर्क और की गई 5 बड़ी घोषणाएं

भारत पल्स न्यूज

तेजी से विकसित हो रहे भारतीय डिजिटल मीडिया परिदृश्य में आज एक ऐतिहासिक मोड़ आया, जब भारत पल्स न्यूज के संस्थापक हरित सारस्वत ने अपनी बड़ी बेटी सिद्धि सारस्वत के जन्मदिन के अवसर पर देशभर के पाठकों और मीडिया जगत को कई दूरगामी घोषणाओं से चौंका दिया।

परिवार के निजी उत्सव को सामाजिक और व्यावसायिक दृष्टि से जोड़ते हुए हरित सारस्वत ने साफ कर दिया कि उनका मकसद केवल एक न्यूज पोर्टल चलाना नहीं, बल्कि एक विशाल राष्ट्रीय मीडिया नेटवर्क तैयार करना है — जिसमें 60% सक्रिय भूमिका महिलाओं की होगी


विशाल नेटवर्क — 60% महिला योगदान की ऐतिहासिक परिकल्पना

भारत पल्स न्यूज

हरित सारस्वत ने बताया कि भारत पल्स न्यूज अब अपने मौजूदा प्लेटफॉर्म को एक बहु-स्तरीय, बहुभाषी और बहु-आयामी नेटवर्क में विस्तारित करेगा।
यह नेटवर्क न केवल हिंदी व अंग्रेज़ी, बल्कि समय के साथ अन्य प्रमुख भारतीय भाषाओं में भी विस्तारित किया जाएगा, ताकि देश के कोने-कोने से खबरों की वास्तविक धड़कन को सीधे लोगों तक पहुंचाया जा सके।

इस विस्तार में सबसे बड़ी बात होगी —

“इस पूरे नेटवर्क का कम-से-कम 60% संचालन, संपादन, और फील्ड रिपोर्टिंग महिलाओं द्वारा किया जाएगा।”

उन्होंने कहा कि,

“जब तक महिलाएं मीडिया में निर्णायक पदों पर नहीं होंगी, तब तक समाचार सिर्फ खबरें ही रहेंगी, बदलाव की असली चिंगारी नहीं बनेंगी। भारत पल्स न्यूज इसे बदलना चाहता है।”


english.bharatpulsnews.com : भारत का वैश्विक दृष्टिकोण

घोषणाओं की श्रृंखला में हरित सारस्वत ने बताया कि english.bharatpulsnews.com जल्द ही लॉन्च होगा।
यह वेबसाइट अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की ‘सोच’, ‘एंगिल’ और ‘नैरेटिव’ को मजबूती से रखने का काम करेगी।

यह कोई साधारण हिंदी-टू-इंग्लिश कॉपी पेस्ट प्लेटफॉर्म नहीं होगा।
यहां मूल अंतरराष्ट्रीय विषयों पर भी भारत केंद्रित विशेष रिपोर्ट, डेटा एनालिटिक्स और इन्वेस्टिगेटिव स्टोरीज़ तैयार होंगी।


ई-पेपर व कॉर्पोरेट मीडिया हब

भारत पल्स न्यूज के अगले चरणों में डिजिटल ई-पेपर और एक विशेष कॉर्पोरेट मीडिया हब भी शामिल हैं।

  • ई-पेपर से हर शहर, कस्बे व जिला स्तर की एडिशन डायरेक्ट डिजिटल मिलेगा।
  • वहीं कॉर्पोरेट पोर्टल ब्रांड्स, CSR प्रोजेक्ट्स, विज्ञापन भागीदारों व सरकारी विभागों के साथ डायरेक्ट इंटरफेस बनाएगा।

यह रणनीति भारत पल्स न्यूज को सिर्फ एक न्यूज प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि मीडिया इंडस्ट्री के इकोसिस्टम का केन्द्रीय नोड बना देगी।


महिला पत्रकार फेलोशिप: ग्रामीण भारत को न्यूज़रूम में लाना

इस पूरी परियोजना की रीढ़ होगी महिला पत्रकार फेलोशिप, जिसके तहत गांव-कस्बों की होनहार युवतियों को

  • फील्ड रिपोर्टिंग के लिए डिजिटल टूल्स,
  • डेटा-ड्रिवन स्टोरी बनाने की ट्रेनिंग,
  • और विशेष स्टोरी ग्रांट्स दी जाएंगी।

इससे ग्रामीण भारत की कहानियां दिल्ली-मुंबई नहीं, उन्हीं के गाँव की बेटियां खुद दुनिया को सुनाएंगी।


दूसरी बिटिया निधि सारस्वत के जन्मदिन पर और बड़ा सरप्राइज

घोषणाओं की समाप्ति पर हरित सारस्वत ने इशारा किया कि उनकी छोटी बेटी निधि सारस्वत का जन्मदिन 14 अक्टूबर को है।

उन्होंने हल्की मुस्कान के साथ कहा,

“हमारी दूसरी बेटी निधि के जन्मदिन पर भारत पल्स न्यूज कुछ और बड़ा करेगा। उसकी डिटेल्स वक्त आने पर सामने आएंगी। फिलहाल इतना कह सकता हूँ कि भारत के मीडिया नक्शे में एक नई लकीर खींची जाएगी।”

मीडिया जगत में इसे लेकर अटकलें तेज़ हैं कि उस दिन या तो किसी नए बड़े इन्वेस्टमेंट या फिर बहुभाषी प्लेटफॉर्म के मासिव रोलआउट की घोषणा हो सकती है।


कम से कम 15 नई वेबसाइट्स: भारत पल्स न्यूज का बहुआयामी डिजिटल विस्तार

हरित सारस्वत ने घोषणा की कि भारत पल्स न्यूज आने वाले महीनों में कम से कम 15 नई वेबसाइट्स लांच करेगा।
ये साइट्स विभिन्न विषयों, राज्यों, ज़िलों और भाषाओं पर केंद्रित होंगी —
ताकि स्थानीय समाचारों को राष्ट्रीय व वैश्विक मंच पर उचित स्थान मिल सके

इनमें कृषि, स्वास्थ्य, ग्रामीण उद्योग, पर्यावरण, युवाओं के रोजगार, धार्मिक आयोजनों, पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर जैसे विषयों को विशेष महत्व दिया जाएगा।

हरित सारस्वत के अनुसार,

“हमारा उद्देश्य है कि भारत के छोटे-छोटे गांवों और कस्बों की आवाज़ भी उतनी ही ताकत के साथ देशभर में गूंजे, जितनी मेट्रो शहरों की।”


निष्कर्ष: भारत पल्स न्यूज अब एक आंदोलन

आज सिद्धि सारस्वत के जन्मदिन के बहाने जो कुछ सामने आया, वह सिर्फ घोषणाओं का पुलिंदा नहीं था।
यह दरअसल भारतीय मीडिया परिदृश्य को स्त्री नेतृत्व, ग्रामीण दृष्टिकोण और भारत-केंद्रित वैश्विक नैरेटिव की तरफ मोड़ने का रोडमैप है।

अब यह बात साफ हो चुकी है कि भारत पल्स न्यूज कोई साधारण वेबसाइट नहीं रहने वाला।
यह अपने विशाल नेटवर्क, महिला आधारित शक्ति संरचना और भारत की भाषा-बोली-संस्कृति को संपादकीय एजेंडा बनाने वाली सोच के साथ आने वाले वर्षों में मीडिया जगत का गेमचेंजर साबित होगा।