
21/6/2025 को पूरी दुनिया एक बार फिर भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन – योग दिवस की गरिमा में सराबोर होने जा रही है। वर्ष 2015 में जब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दी थी, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक पारंपरिक अभ्यास वैश्विक आंदोलन का रूप ले लेगा। आज यह न केवल स्वास्थ्य का माध्यम है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान का भी अभिन्न स्तंभ बन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे जम्मू से योग दिवस का शुभारंभ
इस वर्ष की सबसे बड़ी और प्रतीकात्मक पहल यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM मोदी ने विशाखापट्टनम में करीब 3 लाख लोगों और 40 देशों के राजनयिक के साथ योग किया

bharatpulsnews.com (bharat puls news) को मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने कहा योग मतलब खुद को जोड़ना hai।
🌍 विदेशों में भी गूंजेगा योग
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय न्यूयॉर्क में भारतीय मिशन के तत्वावधान में सुबह 8 बजे से योग दिवस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। अमेरिका, कनाडा, यूके, जापान और ऑस्ट्रेलिया के वाणिज्यिक नगरों में भारतीय दूतावासों द्वारा पार्कों, समुद्र तटों और विश्वविद्यालय परिसरों में योग शिविर लगाए जा रहे हैं।
सिंगापुर के मरीना बे और ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस पर सूर्य नमस्कार का आयोजन, 21/6/2025 की वैश्विक महत्ता को और भी प्रकट करता है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजन
भारत के सभी राज्यों ने योग दिवस को एक जनांदोलन का रूप दे दिया है:
- उत्तराखंड: ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा किनारे 108 मिनट का विशेष योग सत्र।
- महाराष्ट्र: मुंबई के मरीन ड्राइव पर तड़के 5 बजे से योगाभ्यास जिसमें बॉलीवुड की कई हस्तियां हिस्सा लेंगी।
- गुजरात: साबरमती रिवरफ्रंट पर ‘योग एवं ध्यान मेला’ का आयोजन।
- बिहार: राजगीर में ‘अंतरराष्ट्रीय योग-ध्यान शिविर’ जिसमें नेपाल, भूटान और श्रीलंका से प्रतिनिधि भाग लेंगे।
- केरल: तिरुवनंतपुरम में आयुर्वेद और योग चिकित्सा को समर्पित सत्र।
- दिल्ली: इंडिया गेट और लाल किला परिसर में एक साथ हज़ारों लोग योग करेंगे।
इन आयोजनों में स्थानीय प्रशासन, स्कूल-कॉलेज, आरडब्ल्यूए और निजी संस्थाएं सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। bharatpulsnews.com (bharat puls news) की ग्राउंड रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आयोजनों के लिए पिछले एक सप्ताह से बड़े पैमाने पर रिहर्सल और जन-जागरूकता अभियान चलाए गए।
डिजिटल योग – तकनीक का साथ
कोरोना महामारी के बाद डिजिटल योग का चलन बढ़ा और आज भी यह ट्रेंड बना हुआ है। 21/6/2025 को आयुष मंत्रालय की ओर से ‘Yoga at Home, Yoga with Family’ अभियान को वर्चुअल रूप में प्रोत्साहित किया जा रहा है।
MyGov ऐप, Diksha पोर्टल और YouTube पर लाइव योग सत्र दिखाए जाएंगे, जिसमें भारत ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लाखों लोग भाग लेंगे। WhatsApp ग्रुप्स और फेसबुक लाइव के माध्यम से कई शिक्षकों ने वर्चुअल शिविर की सूचना साझा की है।
स्कूलों और कॉलेजों में भी उत्सव जैसा माहौल
देशभर के CBSE, ICSE और राज्य बोर्ड से संबद्ध विद्यालयों में विशेष योग दिवस सप्ताह मनाया जा रहा है। प्राचार्य और शिक्षकगण बच्चों को नियमित योग की आदत डालने के लिए प्रतियोगिताएं, प्रश्नोत्तरी और शारीरिक अभ्यास करवा रहे हैं। कई संस्थानों में छात्र-छात्राओं द्वारा “योग पर निबंध लेखन” और “योग पर पोस्टर” प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं।
निष्कर्ष
योग दिवस अब केवल एक दिन नहीं रहा—यह एक परंपरा बन चुका है। आज जब दुनिया तनाव, असंतुलन और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से जूझ रही है, तब योग एक समाधान के रूप में सबके सामने है।
21/6/2025 को भारत ने एक बार फिर विश्व को यह दिखा दिया कि उसकी सांस्कृतिक जड़ें कितनी मजबूत हैं और उनमें भविष्य को दिशा देने की शक्ति है।
bharatpulsnews.com (bharat puls news) की इस विशेष रिपोर्ट में सामने आया कि योग न केवल शरीर का साधन है, बल्कि राष्ट्र के मन और आत्मा का स्वरूप भी बनता जा रहा है। बड़ी खबरों के लिए जुड़े रहिए भारत पल्स न्यूज के साथ
More Stories
हरिद्वार में शिवरात्रि पर भारी भीड़: प्रशासन हाई अलर्ट पर, DJ पर पूर्ण प्रतिबंध
देश में लगातार जारी विमान दुर्घटनाएं — अब मुंबई में बड़ा हादसा होने से बचा
धनखड़ का अचानक इस्तीफा: तबीयत या ताकत की नई पटकथा?